हिंदू धर्म पर बॉलीवुड में फिल्में नहीं बनती हैं। यही नहीं, जब भी ऐसी कोई फिल्म बनाने की कोशिश होती है तो वह विवादों में घिर जाती है। हालांकि, हॉलीवुड अक्सर हिंदू धर्म से प्रेरित होकर फिल्में बनाता रहता है। कई फिल्मों में हिंदू धार्मिक चिह्नों का भी इस्तेमाल दिखता है।
चलिए आपको बताते हैं कौन सी हॉलीवुड फिल्में हिंदू धर्म से प्रेरित रही हैं।
1. अवतार: जेम्स कैमरन की सुपरहिट फिल्म अवतार को यदि आपने ध्यान से देखा होगा तो आपको हिंदू धर्म की बहुत सी चीज़ें याद आई होंगी। सबसे पहले तो अवतार शब्द संस्कृत का है। हिंदू धर्म में विष्णु के अलग-अलग रूपों को अवतार कहा गया है, जैसे कृष्ण, राम आदि, जो धरती पर मानव की रक्षा के लिए जन्म लेते हैं। अवतार फिल्म में भी कुछ ऐसा ही दिखाया गया है। फिल्म का मुख्य किरदार धरती और मानव सभ्यता को विनाश से बचाता है। इसके अलावा अवतार का नीला रंग भी हिंदू धर्म से ही प्रेरित है, क्योंकि राम और कृष्ण दरअसल सांवले रंग के थे।

2. मैट्रिक्स ट्रायोलॉजी: मैट्रिक्स ट्रायोलॉजी फिल्म योग सिद्धांत पर आधारित है। यह माया के बारे में है। फिल्म के हीरो को ऐसी शक्तियां प्राप्त हैं, जिससे वो प्रकृति के सामान्य नियम को तोड़ सकता है। इस फिल्म की कहानी उस दौर की है, जब मशीनें इंसानों पर पूरी तरह कब्ज़ा कर लेती हैं। यहां एक वर्चुअल रियालिटी प्रोग्रम है, जिसमें मशीन के ज़रिए लोगों के दिमाग पर काबू पाया जाता है। असलियत में ये लोग गुफा में होते हैं, मगर वर्चुअल रियालिटी प्रोग्राम उन्हें दूसरी दुनिया में होने का एहसास कराया जाता है। जब वो इस प्रोग्राम के अंदर जाते हैं, तब उन्हें सब कुछ असली लगता है, जबकि ऐसा होता नहीं है। वो जो भी कर रहे होते हैं, उसे मशीन कंट्रोल करती हैं। ठीक इसी तरह हंदू धर्म में भी माया को वर्चुअल प्रोग्राम कहा गया है, जो सबको कंट्रोल करती है। माया के वश में आकर लोग जो करते हैं उन्हें तो वो सच लगता है मर असल में होता नहीं है।

3. इंटरस्टेलर: इस विज्ञान फंतासी फिल्म की कहानी भी हिंदू धर्म की मान्यता को दिखाती है। फिल्म में दिखाया गया है कि मिलर प्लैनेट का एक घंटा धरती के 7 घंटे के बराबर है। तकनीकी खराबी की वजह से टीम को मिलर प्लैनेट पर समय बिताना पड़ता है। इसका मतलब ये हुआ कि उन्होंने अपने 23 साल बर्बाद कर दिए। इसका मतलब ये हुआ कि फिल्म के हीरो की 10 साल की बेटी तो 33 साल की हो गई, लेकिन हीरो की उम्र उतनी रही।
हिंदू धर्म में भी एक ऐसा वर्णन है। एक बार जब देव और असुरों में युद्धा हुआ तो इंद्र ने एक मानव मुचुकुंद की मदद ली। मुचुकुंद ने इंद्र देव की मदद की और एक साल के बाद युद्ध खत्म हुआ। जब राजा ने धरती पर जाने की इच्छा जताई तो इंद्र ने कहा कि स्वर्ग का एक साल धरती के 360 साल के बराबर होता है, तो अब वो धरती पर जाकर क्या करेगा, क्योंकि वहां तो अब उसका परिवार खत्म हो गया होगा।

4. स्टार वार्स सिरीज: इस फिल्म में दुष्ट वारलॉर्ड राजकुमारी लिया का अपहरण कर लेता है और उस वक़्त राजुकमारी की चीखें एक रहस्मयी जीव को सुनाई देती है जो उसके बारे में हीरो को जानकारी देती है। इसके बाद हीरो कुछ लोगों की सेना, एक ऐसा जीव जो आधा इंसान है और आधा जानवर, के साथ आकर राजकुमारी को दुष्टों के चंगुल से आज़ाद करता है, लेकिन उससे पहले एक भंयकर युद्ध होता है। फिल्म की कहानी सीता अपहरण की याद दिलाती है, जिसमें रावण माता सीता का अपहरण करता है और जटायु इसके बारे में श्रीराम को बताते हैं। श्रीराम हनुमान और वानर सेना की मदद से लंका पर आक्रमण करते हैं और रावण के चुंगल से सीता को आज़ाद करा लेते हैं।

5. इंसेप्शन: इस फिल्म में दिखाया गया है कि सपने में कोई इंसान क्या करता है और क्या उससे करवाया जा सकता है। सपने में कुछ लोगों को चोट लगती है, तो दर्द असलियत में महसूस होता है, क्योंकि वो पूरी तरह से उस सपने में डूब जाते हैं। ठीक वैसे ही जैसे हिंदू धर्म में माया के बारे में कहा गया है कि दुनिया में सिर्फ ब्रह्मा सत्य है, बाकी सब माया है और इंसान जो कुछ भी करता है माया के वश में आकर ही करता है। यानी एक तरह से ये भी एक सपने जैसा ही है।